How to Become DSP – अगर आपका भी सपना एक सरकारी नौकरी लेने का है और आप पुलिस लाइन में जाना चाहते हैं और आप समाज में बढ़ रहे अपराध और अराजकता के खिलाफ लड़कर उसे कम करना चाहते हैं और अपना एक मजबूत चेहरा बनाना चाहते हैं तो आपके लिए DSP (Deputy Superintendent of Police) का पद एक बेहतरीन करियर विकल्प हो सकता है क्योंकि यह ना केवल आपको पावर-फुल बना देगा बल्कि समाज में आपको इज्जत और मान सम्मान भी प्रदान करेगा।
अगर आपने भी सोच लिया है कि आपको DSP (Deputy Superintendent of Police) बनना है तो इस लेख को पूरा पढ़ें क्योंकि हम आपको इस लेख में DSP कैसे बनें? (How to Become DSP in India),DSP की योग्यता क्या है, DSP की चयन प्रक्रिया क्या है, DSP का परीक्षा पैटर्न क्या है , DSP बनने के लिए सिलेबस क्या है, DSP की सैलरी कितनी है, DSP की जिम्मेदारियाँ क्या होती है, और इससे जुड़ी हर जरूरी जानकारी इस लेख में विस्तार से बताने वाले हैं इसलिए आपसे निवेदन है इस लेख को अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़े, चलिए शुरू करते हैं।
DSP कौन होता है? | Who is a DSP?

DSP (Deputy Superintendent of Police) एक राज्य स्तरीय पुलिस अधिकारी होता है जो कानून-व्यवस्था बनाए रखने, अपराध की रोकता है और प्रशासनिक कार्यों की निगरानी करता है। यह पद राज्य पुलिस सेवा (State Police Services) के अंतर्गत आता है लेकिन कई DSP आगे चलकर IPS (Indian Police Service) अधिकारी भी बन सकते हैं।
नोट – यह एक Class-1 Gazetted Officer होता है जो थानों, क्राइम ब्रांच, इंटेलिजेंस और अन्य डिवीज़न का नेतृत्व करता है।
भारत में DSP बनने के दो रास्ते – Two Ways to Become DSP in India
1. Direct Recruitment – परीक्षा पास करके
राज्य लोक सेवा आयोग (State Public Service Commission) जैसे UPPSC, BPSC, MPPSC, RPSC आदि द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा पास करनी होती है। DSP पद के लिए राज्य स्तरीय PCS परीक्षा के माध्यम से चयन किया जाता है।
2. Promotion के ज़रिए
यदि कोई व्यक्ति पुलिस विभाग में Sub-Inspector या Inspector के पद पर कार्य कर रहा है, तो वह लंबे अनुभव और प्रदर्शन के आधार पर प्रमोट हो कर DSP बन सकता है, परन्तु इस में काफी समय लग सकता है।
DSP बनने के लिए योग्यता – Eligibility Criteria for DSP
शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)
- उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (Graduation) की डिग्री होना चाहिए।
- कोई भी विषय चलेगा: Arts, Science, Commerce, या Engineering आदि।
आयु सीमा (DSP Age Limit )
श्रेणी | न्यूनतम आयु | अधिकतम आयु |
---|---|---|
General | 21 वर्ष | 30 वर्ष |
OBC | 21 वर्ष | 33 वर्ष |
SC/ST | 21 वर्ष | 35 वर्ष |
नोट – कुछ राज्यों में महिलाओं को भी अधिकतम आयु में 2 से 5 वर्ष की छूट मिलती है।
शारीरिक योग्यताएँ (Physical Eligibility)
मापदंड | पुरुष | महिला |
---|---|---|
ऊँचाई | 168 सेमी | 155 सेमी |
सीना (पुरुष) | 84 सेमी (फुलाकर 89 सेमी) | लागू नहीं |
दौड़ | 1600 मीटर – 6 मिनट में | 800 मीटर – 4 मिनट में |
DSP चयन प्रक्रिया – DSP Selection Process (राज्य PSC द्वारा)
चरण 1: प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)
- Objective Questions पूछे जाते हैं।
- विषय: सामान्य अध्ययन, रीजनिंग, करेंट अफेयर्स होते है।
- Negative marking कुछ राज्यों में लागू होती है।
चरण 2: मुख्य परीक्षा (Mains)
- Descriptive format में होता है।
- विषय: निबंध लेखन, भारतीय संविधान, इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, समाजशास्त्र।
- वैकल्पिक विषय भी होते हैं, जैसे कि राजनीति, लोक प्रशासन आदि।
चरण 3: इंटरव्यू / पर्सनालिटी टेस्ट
- यह चरण उम्मीदवार की बुद्धिमत्ता, नेतृत्व क्षमता और प्रशासनिक सोच की जांच करने के लिए लिया जाता है।
- अंक: 100–150 के बीच होता है।
राज्यवार DSP परीक्षा | State-wise DSP Entry Details
राज्य | परीक्षा का नाम | DSP पद का नाम |
---|---|---|
उत्तर प्रदेश | UPPSC PCS | Deputy SP |
बिहार | BPSC | पुलिस उपाधीक्षक |
मध्य प्रदेश | MPPSC | DSP |
राजस्थान | RPSC | उप पुलिस अधीक्षक |
महाराष्ट्र | MPSC | DSP |
DSP बनने की तैयारी कैसे करें? | DSP Exam Preparation Tips 2025
1. सिलेबस को गहराई से समझें
हर राज्य PSC का अपना सिलेबस होता है। ध्यानपूर्वक पढ़ें और अनुभागवार तैयारी करें।
2. करेंट अफेयर्स पर पकड़ बनाएं
- The Hindu / Dainik Jagran (राष्ट्रीय संस्करण) जैसे विषयो पर अपनी पकड़ बनाये।
- PIB Updates लेते रहे।
- Monthly Current Affairs PDF को पढ़े।
3. NCERT किताबों से बुनियाद मजबूत करें
- इतिहास, भूगोल, विज्ञान, राजनीति की NCERT किताबें (6–12वीं) से शुरुआत करें और इससे पूरा पढ़े।
4. उत्तर लेखन अभ्यास (Answer Writing)
- मुख्य परीक्षा के लिए उत्तर लिखने की क्षमता बेहद जरूरी है।
- 150–250 शब्दों में संतुलित उत्तर लिखने का अभ्यास करें।
5. मॉक टेस्ट और पुराने प्रश्न पत्र
- समय प्रबंधन और आत्ममूल्यांकन के लिए जरूरी है।
DSP बनने के लिए Recommended Books
विषय | बुक |
---|---|
सामान्य ज्ञान | Lucent’s GK |
राजनीति विज्ञान | M. Laxmikanth |
आधुनिक भारत का इतिहास | Spectrum |
भूगोल | NCERT + G.C. Leong |
करेंट अफेयर्स | Vision IAS / Drishti Yearbook |
उत्तर लेखन | Nibandh Manthan / Answer Writing Modules |
DSP की ट्रेनिंग प्रक्रिया | DSP Training Details
Training Duration: 6–12 महीने
Training Location: राज्य पुलिस अकादमी
ट्रेनिंग में शामिल विषय:
- लॉ एंड ऑर्डर की व्यावहारिक ट्रेनिंग
- क्रिमिनल लॉ, IPC & CrPC की पढ़ाई
- हथियारों की ट्रेनिंग और फायरिंग प्रैक्टिस
- फील्ड वर्क, केस स्टडी
- साइबर क्राइम और फॉरेंसिक साक्ष्य पर कोर्स आदि होती है।
DSP का कार्यक्षेत्र और जिम्मेदारियाँ
मुख्य जिम्मेदारियाँ:
- कानून व्यवस्था बनाए रखना होता है।
- अपराध की जांच और रोकथाम होता है।
- VIP सुरक्षा प्रदान देनी होती है।
- थानों का निरीक्षण और पुलिस बल का नेतृत्व करना होता है।
- दंगों या आपदा प्रबंधन में अहम भूमिका निभानी होती है।
DSP की सैलरी और भत्ते – Salary and Perks
DSP सैलरी (2025 के अनुसार)
- बेसिक पे: ₹56,100
- ग्रेड पे: ₹5400
- HRA/TA/DA: ₹20,000 – ₹35,000
- कुल सैलरी: ₹75,000 – ₹1,10,000 तक सर्कार द्वारा दी जाती है।
भत्ते और सुविधाएं:
- सरकारी आवास
- वाहन + ड्राइवर
- फ्री मेडिकल सुविधाएं
- पेंशन स्कीम
- सिक्योरिटी गार्ड
- मोबाइल और ऑफिस स्टाफ की सुविधा दी जाती है।
How To Become DSP Without UPSC?
बहुत से लोग सोचते हैं कि अगर उन्हें DSP बनने के लिए UPSC की कठिन परीक्षा पास करनी होती है, लेकिन ऐसा ज़रूरी नहीं है। अगर आप DSP बनना चाहते हैं और UPSC की परीक्षा नहीं देना चाहते, तो आपके पास एक बहुत ही सीधा और सरल रास्ता मोजूद है – राज्य लोक सेवा आयोग (State Public Service Commission – PSC) की परीक्षा जो की हर राज्य में अलग – अलग होती है –
- UPPSC – उत्तर प्रदेश
- BPSC – बिहार
- MPPSC – मध्य प्रदेश
- RPSC – राजस्थान
- MPSC – महाराष्ट्र
DSP से IPS बनने का रास्ता – Promotion from DSP to IPS
- यदि कोई DSP 10–12 वर्षों तक उत्तम सेवा देता है और रिक्तियाँ उपलब्ध हैं, तो राज्य सरकार की सिफारिश से वह IPS कैडर में प्रमोट हो सकता है।
- इसके लिए Annual Confidential Report (ACR) का अच्छा रिकॉर्ड ज़रूरी होता है।
महिलाओं के लिए DSP पद – DSP for Women
सुविधाएँ:
- आरक्षण (राज्यवार)
- शारीरिक मानक थोड़े लचीले
- समान प्रमोशन और सैलरी
महिला DSP की भूमिका:
- महिला अपराध मामलों की निगरानी
- महिला थानों का नेतृत्व
- समाज में महिला सशक्तिकरण का प्रतीक
DSP बनने के फायदे – Benefits of Becoming a DSP
- समाज में मान-सम्मान बढती है।
- उच्च वेतन और सुविधाएं मिलती है।
- सामाजिक परिवर्तन का अवसर मिलता है।
- प्रशासनिक शक्ति और नेतृत्व का अनुभव मिलता है।
- भविष्य में IPS बनने की संभावना होती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या UPSC से भी DSP बना जा सकता है?
नहीं, UPSC से सीधे IPS बनते हैं। DSP पद के लिए राज्य PSC से परीक्षा देनी होती है।
Q2. DSP बनने में कितना खर्च आता है?
पढ़ाई और कोचिंग पर निर्भर करता है, लेकिन सरकारी परीक्षा है तो कोई फॉर्मल शुल्क कम होता है।
Q3. क्या DSP बनने के बाद नौकरी स्थायी होती है?
हाँ, यह एक स्थायी सरकारी पद है।
Q4. DSP बनने के बाद पोस्टिंग कहाँ होती है?
DSP की पोस्टिंग आमतौर पर किसी जिले या सर्कल हेडक्वार्टर में होती है।
निष्कर्ष – Conclusion
हमने आपको इस लेख में DSP कैसे बनें? (How to Become DSP in India) इसके बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक बताई है हलाकि DSP बनना सिर्फ एक सरकारी पद पाना नहीं होता है बल्कि यह समाज सेवा और कानून व्यवस्था बनाए रखने की और देश को बेहतर बनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर होता है या फिर कहे तो एक जिम्मेदारी होती है जो कि आपको निभानी होती है।
आपको बता दे की यह पद राज्य पुलिस सेवा (State Police Services) के अंतर्गत आता है लेकिन कई DSP आगे चलकर IPS (Indian Police Service) अधिकारी भी बनते हैं। हमें उम्मीद है आपको यह लेख पसंद आया होगा और यह सहायक पूर्ण लगा होगा हमारा पुरा लेख को अंत तक पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।